असम के पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिले में कानून-व्यवस्था की स्थिति मंगलवार शाम भी तनावपूर्ण बनी रही। जारी आंदोलन के बीच कुछ इलाकों में दुकानों में आग लगाए जाने की घटनाएं सामने आई हैं, जिससे इलाके में दहशत का माहौल है।
हिंसा प्रभावित क्षेत्र में डटे असम के पुलिस महानिदेशक (DGP) हरमीत सिंह, आईपीएस ने मीडिया से बात करते हुए प्रदर्शनकारियों से शांति बनाए रखने और प्रशासन के साथ सहयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा कि स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं।
डीजीपी ने स्पष्ट चेतावनी दी कि आगजनी और हिंसा में शामिल लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ कानून के अनुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारी आंदोलनरत समूहों से सीधे संवाद कर हालात को शांत करने की कोशिश कर रहे हैं।
इस बीच, भारतीय न्याय सुरक्षा संहिता की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा जारी है। खेरोनी और आसपास के क्षेत्रों में भारी सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं ताकि भीड़ जुटने और हिंसा की घटनाओं को रोका जा सके।
राज्य मंत्री रणोज पेगु ने भी शांति की अपील करते हुए सभी पक्षों से संयम बरतने को कहा है। अधिकारियों के मुताबिक, 26 दिसंबर को मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के नेतृत्व में त्रिपक्षीय वार्ता प्रस्तावित है, जिसमें आंदोलन के मूल कारणों पर चर्चा की जाएगी।
हालांकि स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है, लेकिन प्रशासन का कहना है कि हालात नियंत्रण में हैं और सुरक्षा व प्रशासनिक उपायों के जरिए सामान्य स्थिति बहाल करने के प्रयास जारी हैं।
- Log in to post comments