असम की 108 आपातकालीन एम्बुलेंस सेवा से जुड़े कर्मचारियों का विरोध प्रदर्शन सोमवार को 30वें दिन में प्रवेश कर गया। प्रदर्शनकारी कर्मचारियों ने सेवा प्रदाता GVK EMRI के कामकाज की उच्चस्तरीय जांच और लंबे समय से लंबित श्रमिक मांगों के शीघ्र समाधान की मांग दोहराई।
धरने में शामिल एम्बुलेंस चालक, इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन और अन्य कर्मचारी कथित कुप्रबंधन, अनियमितताओं और कर्मचारियों के अधिकारों की अनदेखी का आरोप लगा रहे हैं। उनका कहना है कि बार-बार ज्ञापन और आश्वासन मिलने के बावजूद अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई, जिससे उन्हें आंदोलन जारी रखने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
प्रदर्शनकारी कर्मचारियों के अनुसार, नौकरी की सुरक्षा का अभाव, वेतन भुगतान में देरी, खराब कार्य परिस्थितियां और संविदा से जुड़ी समस्याएं वर्षों से बनी हुई हैं। उन्होंने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के तहत संचालित 108 एम्बुलेंस सेवा के प्रबंधन को लेकर GVK EMRI की स्वतंत्र जांच की भी मांग की है।
एक प्रदर्शनकारी कर्मचारी ने कहा, “हमने वर्षों तक जनता की सेवा की है, आपदा और आपात स्थितियों में भी डटे रहे, लेकिन हमारी समस्याओं को लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है। जब तक मांगें पूरी नहीं होतीं, आंदोलन जारी रहेगा।”
कर्मचारियों ने बताया कि हाल के हफ्तों में उनकी NHM अधिकारियों के साथ बैठकें हुई थीं, जिनमें बातचीत और कार्रवाई का आश्वासन दिया गया था। हालांकि, उनका आरोप है कि अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, जिससे कर्मचारियों में असंतोष बढ़ता जा रहा है।
प्रदर्शनकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि आंदोलन के बावजूद वे आपातकालीन सेवाओं को पूरी तरह बंद नहीं कर रहे हैं, ताकि आम जनता को परेशानी न हो। हालांकि, उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार और संबंधित अधिकारी जल्द कदम नहीं उठाते हैं तो आंदोलन को और तेज किया जा सकता है।
इस मामले पर राज्य स्वास्थ्य विभाग या NHM की ओर से अब तक कोई नया आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
- Log in to post comments