बांग्लादेश में हिंदू युवक की लिंचिंग पर भारत की कड़ी निंदा, अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर जताई चिंता

बांग्लादेश में हिंदू युवक की लिंचिंग पर भारत की कड़ी निंदा, अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर जताई चिंता

भारत ने 25 दिसंबर को बांग्लादेश में एक हिंदू व्यक्ति की भीड़ द्वारा हत्या (लिंचिंग) की घटना की कड़े शब्दों में निंदा की। विदेश मंत्रालय (MEA) ने पड़ोसी देश में अल्पसंख्यक समुदायों के प्रति लगातार बनी शत्रुता पर गहरी चिंता जताई।

घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि नई दिल्ली इस हत्या से बेहद व्यथित है और जवाबदेही सुनिश्चित किए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, “बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ लगातार हो रही शत्रुता गंभीर चिंता का विषय है। हम बांग्लादेश में एक हिंदू युवक की हालिया हत्या की निंदा करते हैं और उम्मीद करते हैं कि इस अपराध के दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।”

विदेश मंत्रालय ने दोहराया कि भारत ने अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों को लेकर बार-बार चिंता जताई है और ऐसी घटनाओं को लेकर फैलाए जा रहे भ्रामक कथानकों को खारिज किया है। मंत्रालय ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के कार्यकाल के दौरान अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ हिंसा की कई रिपोर्टों का भी उल्लेख किया। मंत्रालय ने कहा, “हम बांग्लादेश में एक हिंदू की निर्मम हत्या की निंदा करते हैं। इस मुद्दे पर हम पहले भी बयान दे चुके हैं और बांग्लादेश की ओर से पेश किए गए गलत नैरेटिव को अस्वीकार करते हैं।”

यह निंदा इस महीने की शुरुआत में हिंदू समुदाय से जुड़े दो अलग-अलग लिंचिंग मामलों की रिपोर्ट के बाद सामने आई है, जिससे बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर नई चिंताएं पैदा हुई हैं।

इसी बीच, डिपु चंद्र दास की हत्या के कुछ दिनों बाद भीड़ हिंसा की एक और घटना सामने आई। डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार रात राजबाड़ी जिले के पांग्शा उपजिला में कथित उगाही के प्रयास को लेकर एक व्यक्ति की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी। पांग्शा सर्कल के सहायक पुलिस अधीक्षक देब्रता सरकार ने बताया कि यह घटना रात करीब 11 बजे कलिमोहा यूनियन के होसेंदंगा गांव में हुई। मृतक की पहचान अमृत मंडल उर्फ सम्राट के रूप में हुई, जो उसी गांव का निवासी था।

पुलिस के अनुसार, सम्राट के एक सहयोगी मोहम्मद सलीम को मौके से गिरफ्तार किया गया और उसके पास से दो हथियार बरामद किए गए। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और गंभीर रूप से घायल सम्राट को पांग्शा उपजिला स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां रात करीब 2 बजे डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बाद में सलीम के पास से एक पिस्तौल और एक सिंगल-शॉट बंदूक भी बरामद की गई। सम्राट के शव को पोस्टमार्टम के लिए राजबाड़ी सदर अस्पताल भेजा गया। अधिकारियों ने बताया कि सम्राट के खिलाफ पांग्शा थाने में हत्या समेत कम से कम दो मामले दर्ज थे।

स्थानीय लोगों के अनुसार, सम्राट ने कथित तौर पर एक आपराधिक गिरोह बना रखा था और वह उगाही व अन्य अवैध गतिविधियों में शामिल था। बताया गया कि वह हाल ही में भारत में छिपे रहने के बाद बांग्लादेश लौटा था और उसने एक स्थानीय निवासी शाहिदुल इस्लाम से उगाही की मांग की थी। जब ग्रामीणों ने शोर मचाया तो लोग इकट्ठा हो गए और सम्राट पर हमला कर दिया, जबकि उसके साथी फरार हो गए।

इन घटनाओं के साथ भारत-बांग्लादेश के बीच कूटनीतिक तनाव भी बढ़ गया है। भारत ने हालिया घटनाओं को लेकर एक सप्ताह में दूसरी बार बांग्लादेश के उच्चायुक्त को तलब किया है। यह कदम छात्र नेता शरीफ उस्मान हादी की हत्या और डिपु चंद्र दास की लिंचिंग के बाद बांग्लादेश में हुए विरोध प्रदर्शनों के मद्देनज़र उठाया गया।

डिपु दास की हत्या मयमनसिंह जिले में हुई थी, जिसके बाद व्यापक आलोचना हुई और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर फिर से चिंता बढ़ गई। इसके बाद बांग्लादेश की शिक्षा मामलों की सलाहकार सीआर अबरार ने अंतरिम सरकार की ओर से डिपु दास के परिवार से मुलाकात की, संवेदना व्यक्त की और सहायता का आश्वासन दिया। मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने भी इन घटनाओं की निंदा करते हुए कहा कि “नए बांग्लादेश” में सांप्रदायिक नफरत और भीड़ हिंसा के लिए कोई स्थान नहीं है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का वादा किया।

ये घटनाएं छात्र नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद बांग्लादेश में फैले व्यापक असंतोष के बीच हुई हैं, जिसके चलते देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन, तोड़फोड़ और राजनीतिक तथा कूटनीतिक प्रतिष्ठानों पर हमलों की घटनाएं सामने आई हैं।

Category

Related Articles